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Friday, October 5, 2018

जियो केंद्र कथा का सिद्धांत

बीसवीं शताब्दी में कई प्रसिद्ध वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे की मात्र भौतिक गुणों के आधार पर सूची के संचालन को नहीं समझा जा सकता है उन्हें लगा कि संपूर्ण संपूर्ण हमारे होने का ज्ञान या चेतना उसी पदार्थ से उत्पन्न हुई है वैज्ञानिकों का एक समूह स्वीकार करना करना लगा कि विश्व की सबसे वस्तु अलग अलग दिखाई देती है मगर वास्तव में एक दूसरे से जुड़ी होती है सबका अस्तित्व महासागरों की बूंद की तरह इस बात को स्पष्ट करते हुए नोबेल पुरस्कार विजेता चिकित्सा स्त्री रोग अदनान जाने का कौन सा स्तर बहुत भ्रमण के साथ और साथ में जेव केंद्रित का सिद्धांत प्रतिपादित किया इसी गांव के अनुसार विश्व का अस्तित्व जीवन के कारण रूप में कैद तो जीवन के सर्जन विकास हेतु ही विश्व की रचना हुई है तथा सृष्टि के स्वरूप की समझ एकता के सिद्धांत में दर्शन शास्त्र से लेकर भौतिक शास्त्र के सिद्धांतों को सम्मिलित किया गया है मानव की स्वतंत्र इच्छा शक्ति को निश्चित और अनिश्चित जा दोनों के भौतिक स्वरूप को निश्चित स्की जगत में जीव निश्चित अनिश्चितता का प्रदर्शन स्वरूप से करता रहता है केंद्र द्वारा समझा जा सकता है ना के विचार को प्राचीन जैसे विचारों से प्रभावित मानकर कोई इच्छा नहीं दिया बाद में कई वैज्ञानिक वैज्ञानिक तथ्यों के समझाने का प्रयास किया यही कारण है कि विपुल विरोध के बाद भी जब केंद्र का सिद्धांत अभी भी विचार का विषय बना है बना हुआ है जब केंद्र का सिद्धांत के अनुसार इनकी स्थान व समय की अवधारणा का कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है अपितु यह सब मानव चेतना की अनुभूति माता का मानना है कि चेतना को केंद्र में रखकर ही भौतिक की कोई अबूझ पहेली उज्जैन का अनिश्चितता का सिद्धांत और प्रयोग वैज्ञानिक आइंस्टीन के समय से ही यूनिफाइड फील्ड थ्योरी के रूप में संपूर्ण व्यक्ति को 1 साल आने के लिए प्रयास करते हैं मगर सफलता अभी तक नहीं मिली रोबोट लांचा का कहना है कि जीवन को केंद्र रखने में समस्या हल हो सकती है जेल का सिद्धांत की प्रकृति की घटना घटित हुई भौतिकभौतिक साथियों का कहना है कि
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