संचार सेवा :-
जब से मानव पृथ्वी पर अवतरित हुआ है,उसने विभिन्न संचार माध्यमों का प्रयोग किया है। प्रगति के पथ पर मानव बहुत दूर चला आया है। जीवन के हर क्षेत्र में कई ऐसे मुकाम प्राप्त हो गए है जो हमे जीवन में सभी सुविधाएँ व आराम प्रदान करते है। आज संचार मानव की मुठ्ठी में समाया हुआ है तथा संचार क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाये गये है। अनेक नये स्रोत ,नये साधन और सुविधायें प्राप्त कर ली गयी है जो हमें आधुनिकता के दौर में काफी ऊपर लाकर खड़ा करती है।
सन्देश प्राप्तकर्ता या सन्देश भेजने वाले के गतिविहीन रहते हुए भी लम्बी दूरी का संचार बहुत आसान है। निजी दूरसंचार तथा जन संचार में दूरदर्शन ,रेडियो,समाचार -पत्र समूह ,प्रेस तथा सिनेमा ,इंटरनेट ,केबल ,मोबाइल उपग्रह आदि देश के प्रमुख संचार साधन है। भारत डाक संचार तंत्र विश्व का वृहत्तम है यह पार्स्ल ,निजी पत्र व्यवहार ,स्पीड पोस्ट आदि को संचालित करता है। कार्ड व् लिफाफा ,बन्द चिट्ठी पहली श्रेणी की डाक समझी जाती है तथा इन्हें विभिन्न स्थानों तक बस ,रेल तथा वायुयानों व जल परिवहन की सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचायी जाती है।
आधुनिक संचार के साधन में प्रमुखतः -टेलीफोन ,इन्टरनेट व मोबाइल सेवाएं है।
इन्टरनेट :-
इंटरनेट शुरुआत 1969 में हुई थी उस समय एक सिमित क्षेत्र में ही इन नेटवर्किंग का उपयोग सूचनाओं के आदान - प्रदान के लिए होता था 1972 में ई -मेल शुरुआत ने संचार जगत में क्रान्ति की शुरुआत की। ई - मेल की सहायता से कोई भी संदेश सूचना इत्यादि कुछ ही सैकंड में विश्व के किसी भी कोने में भेजी जा सकती है जहाँ इन्टरनेट सेवा है। . ई -मेल के द्वारा ही संदेश हजारों व्यक्तियों को एक साथ भेजा जा सकता है। इंटरनेट की सहायता से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग भी की जाती है जो खर्चीली है तथा समय की बचत करती है इसके द्वारा देश विदेश के अलग जगह बैठे कई व्यक्ति श्रव्य दृश्य के माध्यम से आपस वार्तालाप कर सकते है।
इंटरनेट के माध्यम से चित्र एवं चलचित्र भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी व शीघ्रता से भेजे व देखे जा सकते है विश्व के किसी भी कोने में घटित प्रमुख घटना की जानकारी एक स्थान से दूसरे स्थान के व्यक्तियों तक शीघ्रता से पहुंच जाती है।
इंटरनेट सेवाएं टेलीफोन लाइनों के माध्यम से ब्रॉड बैंड सेवाओं तक मोबाइल सेवाओं के 2जी ,3जी ,4जी ,नेटवर्कों के माध्यम से प्राप्त होती है।
टेलीफोन :-
संचार का एक महत्वपूर्ण साधन टेलीफोन है इसका आविष्कार ग्राहमबोल ने किया इसके पश्चात इसकी कार्यप्रणाली में तेजी से सुधार आता गया। इसकी सहायता से अलग -अलग स्थानों पर बैठें व्यक्ति आपस में बात कर सकतें है तथा सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकते है। टेलीफोन सेवाओं में एस.टी.डी.व आई.एस.डी. सेवाओं में देशों व शहरों के अंकीय कोड निर्धारित है जिन्हें टेलीफोन नंबर के पहले डायल कर सीधे ही बिना किसी इन्तजार के बात की जा सकती है।
मोबाइल :-
टेलीफोन संचार सेवाओं के क्षेत्र में मोबाइल फोन सेवाओं के आविष्कार से एक महत्वपूर्ण क्रान्ति आ गई। मोबाइल सेवाओं से किसी भी व्यक्ति (जो मोबाइल फोन सेवा का उपयोग कर रहा है )से सीधे ही बात की जा सकती है मोबाइल सेवाओं द्वारा तीव्र गति की इंटरनेट सेवाएं 3जी व 4 जी उपलब्ध है जिनके द्वारा वीडियो कालिंग सुविधा उपलब्ध है विभिन्न मोबाइल ऐप्लिकेशन ने भी संचार सेवाओं को आसान व तीव्र बना दिया है तथा दिन प्रतिदिन इन सेवाओं में नई तकनीकी का आविष्कार हो रहा है।
जब से मानव पृथ्वी पर अवतरित हुआ है,उसने विभिन्न संचार माध्यमों का प्रयोग किया है। प्रगति के पथ पर मानव बहुत दूर चला आया है। जीवन के हर क्षेत्र में कई ऐसे मुकाम प्राप्त हो गए है जो हमे जीवन में सभी सुविधाएँ व आराम प्रदान करते है। आज संचार मानव की मुठ्ठी में समाया हुआ है तथा संचार क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाये गये है। अनेक नये स्रोत ,नये साधन और सुविधायें प्राप्त कर ली गयी है जो हमें आधुनिकता के दौर में काफी ऊपर लाकर खड़ा करती है।
सन्देश प्राप्तकर्ता या सन्देश भेजने वाले के गतिविहीन रहते हुए भी लम्बी दूरी का संचार बहुत आसान है। निजी दूरसंचार तथा जन संचार में दूरदर्शन ,रेडियो,समाचार -पत्र समूह ,प्रेस तथा सिनेमा ,इंटरनेट ,केबल ,मोबाइल उपग्रह आदि देश के प्रमुख संचार साधन है। भारत डाक संचार तंत्र विश्व का वृहत्तम है यह पार्स्ल ,निजी पत्र व्यवहार ,स्पीड पोस्ट आदि को संचालित करता है। कार्ड व् लिफाफा ,बन्द चिट्ठी पहली श्रेणी की डाक समझी जाती है तथा इन्हें विभिन्न स्थानों तक बस ,रेल तथा वायुयानों व जल परिवहन की सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचायी जाती है।
आधुनिक संचार के साधन में प्रमुखतः -टेलीफोन ,इन्टरनेट व मोबाइल सेवाएं है।
इन्टरनेट :-
इंटरनेट शुरुआत 1969 में हुई थी उस समय एक सिमित क्षेत्र में ही इन नेटवर्किंग का उपयोग सूचनाओं के आदान - प्रदान के लिए होता था 1972 में ई -मेल शुरुआत ने संचार जगत में क्रान्ति की शुरुआत की। ई - मेल की सहायता से कोई भी संदेश सूचना इत्यादि कुछ ही सैकंड में विश्व के किसी भी कोने में भेजी जा सकती है जहाँ इन्टरनेट सेवा है। . ई -मेल के द्वारा ही संदेश हजारों व्यक्तियों को एक साथ भेजा जा सकता है। इंटरनेट की सहायता से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग भी की जाती है जो खर्चीली है तथा समय की बचत करती है इसके द्वारा देश विदेश के अलग जगह बैठे कई व्यक्ति श्रव्य दृश्य के माध्यम से आपस वार्तालाप कर सकते है।
इंटरनेट के माध्यम से चित्र एवं चलचित्र भी एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी व शीघ्रता से भेजे व देखे जा सकते है विश्व के किसी भी कोने में घटित प्रमुख घटना की जानकारी एक स्थान से दूसरे स्थान के व्यक्तियों तक शीघ्रता से पहुंच जाती है।
इंटरनेट सेवाएं टेलीफोन लाइनों के माध्यम से ब्रॉड बैंड सेवाओं तक मोबाइल सेवाओं के 2जी ,3जी ,4जी ,नेटवर्कों के माध्यम से प्राप्त होती है।
टेलीफोन :-
संचार का एक महत्वपूर्ण साधन टेलीफोन है इसका आविष्कार ग्राहमबोल ने किया इसके पश्चात इसकी कार्यप्रणाली में तेजी से सुधार आता गया। इसकी सहायता से अलग -अलग स्थानों पर बैठें व्यक्ति आपस में बात कर सकतें है तथा सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकते है। टेलीफोन सेवाओं में एस.टी.डी.व आई.एस.डी. सेवाओं में देशों व शहरों के अंकीय कोड निर्धारित है जिन्हें टेलीफोन नंबर के पहले डायल कर सीधे ही बिना किसी इन्तजार के बात की जा सकती है।
मोबाइल :-
टेलीफोन संचार सेवाओं के क्षेत्र में मोबाइल फोन सेवाओं के आविष्कार से एक महत्वपूर्ण क्रान्ति आ गई। मोबाइल सेवाओं से किसी भी व्यक्ति (जो मोबाइल फोन सेवा का उपयोग कर रहा है )से सीधे ही बात की जा सकती है मोबाइल सेवाओं द्वारा तीव्र गति की इंटरनेट सेवाएं 3जी व 4 जी उपलब्ध है जिनके द्वारा वीडियो कालिंग सुविधा उपलब्ध है विभिन्न मोबाइल ऐप्लिकेशन ने भी संचार सेवाओं को आसान व तीव्र बना दिया है तथा दिन प्रतिदिन इन सेवाओं में नई तकनीकी का आविष्कार हो रहा है।
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