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Wednesday, October 3, 2018

अलाउदीन खिलजी का जीवन परिचय जरूर पढ़ें और देखे

तुर्की आक्रमणकारियों ने 

गजनी महमूद गजनवी ने भारत पर 17 बार आक्रमण की नौकरी में मुद्दे मंदिरों को तोड़ा और बात का अपना धन पर संपत्ति कर ले लूट लिया उसने 12 एक 1025 में गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया और मंदिर को तोड़कर प्रचुर मात्रा में भारत की मंदिर और स्मारक को नष्ट किया महमूद ग़ज़नवी के बाद प्रवेश के मुहूर्त गोरी ने भारत पर आक्रमण किया और बाद में मुस्लिम गांव की स्थापना का विचार ओपन किया और इनमें कई लड़ाइयां लड़ी परंतु उसके अंदर के सामान के साथ लड़े गए युद्ध युद्ध हुआ इतिहास में यह निर्णय युद्ध हुआ था इस विजय के बाद सत्संग सत्ता प्राप्त करने के लिए का अवसर मिल गए भारत में गौरी का अंतिम अभियान 1206 ईस्वी में गोखरू के विरुद्ध यह विमान समाज पर गोरी जब लौट रहा था तो जलन के किनारे को करो कि उसकी हत्या कर दी गई मोहम्मद गोरी के कोई कोई उसकी मृत्यु उसके सेनापति और सुविधा सुने सत्ता प्राप्ति के लिए संघर्ष शुरू हो गया इस संघर्ष में गौरी का गुलाम ग़ुलाम सूबेदार कुतुबुद्दीन ऐबक हुआ इसके साथ ही भारत में प्रथम मुस्लिम शासन की स्थापना sorry भारत जय श्रीभारत जय श्री में विवाह स्वपन में हुए पानीपत का युद्ध हुआ जिम्मेदार संस्कृति वास्तु भगवान से दुआ सौ लोदी वंश बरमूडा इंवेंशंस राजस्थान से निरंतर चुनौती मिलती रही रणथंबोर के चौहान शासकों ने समाधि में कौन सा सकता है इसके बारे में हमें नेमचंद स्वीकृत हमीरपुर आज की जानकारी उसकी गद्दी पर बैठने के समय दिल्ली सल्तनत में अराजकता फैली हुई थी ऐसी स्थिति में दिल्ली के साथ स्कूल की ओर से निश्चित होकर हमें अपनी विजय यात्रा प्रारंभ कि उसने वशीकरण विश्व में पूर्णता की विधि करके अपनी सीमा में शक्ति में अभिवृद्धि कर ली उसने कई राज्यों को जीतकर उसने सामरा जी का बनाया और कहीं राज्य से केवल केवल एने भीम रिश्तेदार के पार के पार मेवाड़ के मे उज्जैन से राजस्थान में रणथंबोर के चौहानों की राजनीति प्रतिष्ठा बाद में हमें नहीं समझते दर्द के कारण खिलजी वंश का संस्थापक जलालुद्दीन खिलजी रणथंबोर की ओर आकर्षित पहुंचाई हमें हमें ने दुर्गा प्रसाद आदि का प्रबंधक 107 मक्का नीति द्वारा सुल्तान का प्रतिरोध किया जला दूं इस आक्रमण में काफी दिनों के प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिली तो उसे वापस लौटना पड़ा सुल्तानहमेंसुल्ता इंडियन वे सफल नहीं हो सकता भाई सचिन महेश्वरी में अपने चाचा जन्मदिन की हत्या कर अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली का सुल्तान बना अलाउद्दीन अत्यंत महत्वाकांक्षी शासक था भारत को जीतने की लाश रखता था दिल्ली के निकट सामरिक दूर को जीतने के लिए अलाउद्दीन लाई थी तो मैंने सुल्तान के कुछ अफसरों को भी अपने यहां शरण दे रखी थी सुल्तान के आदेश पर उल्लू का और नुसरत का सेना लेकर अंतर मोदी और बड़े दोनों सेना ने आसानी से हमें हमें प्यार दिया इस पर राजपूती चलना बर्थडे बड्डी सत्ता तुर्की तुर्की सेना ने जवाबी हमला किया और रणथंबोर पर घेरा डाल दिया परंतु दूर की प्राचीर से राजपूती सेना के पार उसे नुसरत का बुरी तरह घायल हो गया और मारा गया राजपूती सेनानी दुर्ग से निकलकर तुर्की सेना पर जोरदार हमला किया तो धोखा को अपने प्राण बचाने के लिए आना पड़ा और उसकी सजा भी बिखर गईतु अलाउद्दीन खुद एक विशाल सेना लेकर अंत तुम्हारा या लगभग 1 वर्ष तक सुल्तान अंत मधुर पर डेरा डाले पर उससे उससे कोई सफलता नहीं मिली सही है सर में सफलता मिलने पर अलादीन में छल कपट से दूर को जीतने के ऐसी स्थिति में भूखे प्यासे राजपूत सैनिक केसरिया वस्त्र पहनकर दुर्ग से बाहर आ गए और शत्रु से भिड़ गए दिल्ली की विशाल सेना के सामने राजपूत की सेना टिक नहीं सके हमीरपुर में लड़ता हुआ मारा गया तेरा दिन का अधिकार अभी कहां रावल रतन सिंह मेवाड़ की राजधानी चित्तौड़ में राशन पर बीते वर्ष के भीतर अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया मेवाड़ के बढ़ते हुए प्रभाव साम्राज्य विस्तार की क्लांस दूर के सांवरी में जो आंधी के कारण ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया अलादीन अ दिल्ली से रवाना हुआ और चित्तौड़ के समीप गंभीर जनकी वेड्स नदियों के किनारे अपना सैनिक विश्राम किया तो ठहरे के पश्चात भी अलादीन को कोई सफलता तरला दलाल चित्तौड़ पर अलाउद्दीन का अधिकार हो गया विजय के बाद सुल्तान ने चित्तौड़ की जनता का कत्ल नाम करने का आदेश दे दिया मुस्लिम सैनिकों ने जी भर के जनता को लूट और बड़े भवनों को धराशाई कर दिया कुछ अनुमान मेवाड़ चित्तौड़ का दुर्ग समीर जोशी होता गांव का था ने उसे 1326 में आसपास चित्तौड़ को पुणे जीतकर नीतियां और मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश की नई दिल्ली राजस्थान के दक्षिण पश्चिम में जालौर स्थित है जालौर के चौहान वंश के राजाओं का शासन काल और अलाउद्दीन अलाउद्दीन को जालौर जीतना पड़ा की मैं उसे कैद कर लिया गोरा और बादल के प्रयासों से रतन सिंह अलाउद्दीन की गैर से मुक्त हुए और पुणे के लिए आ में आ ग अलाउद्दीन ने सोमनाथ मंदिर को दफ्तर नेता गुजरात विजय के लिए लुक्का का नुस्खा क्यों ऐसे ना देख कर भेजा गुर्जर जाने का सीधा मार्ग जालोर पोकर गुर्जर टहला जी ने अपनी सेना को जालौर होकर गुजरने के लिए अनुमति मांगी जिसे का निर्देश दिया सुल्तान की सेवा मेवाड़ा कुमार शनिदेव नेशनिदेव ने गुजरात में तबाही गुजरात से लूट कर लाया दन छीन लिया सुल्ताने जालौर को जीतने के लिए अपने सेनापति और सेना को भेजा है सही एक संघर्ष में काले देव का युवा कुत्ते वीरमदेव मारा गया था 6 साल में बना दी निशा सिन्हा को जालौर बंद करने का दिल्ली से आने में जालौर के नाम पर मुस्लिम आक्रमण कियागु कि मदद कि मदद से छलका पर लिया इस पर का नरदेव ने सभी राजपूत सरदारों का आव्हान किया ब्लड जगह जगह किसी से ना कर बाहर होने लगे प्लेयर था क्या मलकाना में राहु शनि सुल्तान की सेना पर टूट पड़े और सेना भर्ती समूह ने उसकी पत्नी सहित बंदी बना लिया यह समाचार जो सुल्तान के पास पहुंचे तो वर्षों में जालौर जालौर पहुंच

गाने दर्द भरे गाने ने अपनी संपूर्ण शक्ति के साथ शत्रु का मुकाबला किया लेकिन वे लंबे समय तक चलने से किले के भीतर मौजूद खत्म हो गई इस राजपूत सेना की स्थिति कमजोर होने लगी और सुल्तान की सेना की स्थिति मजबूत हो गई उसे संकट की सती मैया सजाने का निर्देश मजबूती होते हुए के लालच में खेलना को एक गुप्त दरवादरवा राशिराशि क 15 कछु नोने से अजमेर राज्य का युद्ध काल में पारंगत था उसके बाद उसने अपने आसपास के स्थानों को स्पष्ट करना शुरू किया अपने नाम से जो भिवानी श्री सार्वजनिक रूप से राज्य में गांव की संख्या तक पहुंच गई में राज्य का सामान बनाए रखने हेतु है उसे अवश्य कर देता हमेशा सबसे बड़ा पटाखा का स्वतंत्र राज्य माना नहीं था और उसको किसी प्रकार की अधीनता में लाने केo राजशेखर ने धार्मिक स्थलों का कवि परिचय दिया उन्हीं के प्रयासों से अपराधियों ने गाय के मांस गाय के मांस को खाने का संकल्प दिया में नारी के सम्मान को शुरू हुई उनकीउनकी मृत्यु हो गई थी
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